Prime Minister Narendra Modi at 47th ASEAN Summit 2025: भारत-आसियान संबंधों पर बड़ा बयान

Prime minister Narendra modi 47th Asean Summit Latest news 2025

के दौरान हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी ने भारत की एक्ट ईस्ट नीति के “मुख्य स्तंभ” के रूप में आसियान के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने साझा भूगोल, संस्कृति और मूल्यों पर ज़ोर देते हुए कहा कि भारत और आसियान न केवल व्यापारिक बल्कि सांस्कृतिक साझेदार भी हैं।

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 47वें

आसियान शिखर सम्मेलन को वर्चुअली संबोधित किया और इसे भारत की एक्ट ईस्ट नीति का “मुख्य स्तंभ” बताया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि भारत और आसियान न केवल “व्यापारिक बल्कि सांस्कृतिक साझेदार” हैं।

यह बयान ऐसे समय में आया है जब विश्व डोनाल्ड ट्रम्प के टैरिफ थोपने से जूझ रहा है।उन्होंने कहा, “विश्व की लगभग एक-चौथाई जनसंख्या हमारे यहाँ निवास करती है।

हम न केवल भूगोल, बल्कि संस्कृति और मूल्यों को भी साझा करते हैं। हम वैश्विक दक्षिण में साझेदार हैं। हम न केवल व्यापारिक साझेदार हैं, बल्कि सांस्कृतिक साझेदार भी हैं। आसियान भारत की एक्ट ईस्ट नीति का एक प्रमुख स्तंभ है। भारत आसियान की केंद्रीयता और उसके दृष्टिकोण का समर्थन करता है।”

ट्रंप को हटाओ’: अमेरिकी राष्ट्रपति के खिलाफ मलेशिया में गुस्सा; आसियान बैठक के बीच कुआलालंपुर में विद्रोह

उन्होंने थाईलैंड की राजमाता रानी सिरीकित के निधन पर भी अपनी संवेदना व्यक्त की।

उदहारण के तौर पर देखा जाय तो

दुनिया की लगभग एक-चौथाई आबादी हमारे यहाँ रहती है। हम न सिर्फ़ भौगोलिक रूप से, बल्कि संस्कृति और मूल्यों में भी समानता रखते हैं। हम ग्लोबल साउथ में साझेदार हैं।

  • हम सिर्फ़ व्यापारिक साझेदार ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक साझेदार भी हैं। आसियान भारत की एक्ट ईस्ट नीति का एक प्रमुख स्तंभ है। भारत आसियान की केंद्रीयता और उसके दृष्टिकोण का समर्थन करता है।
  • समावेशिता और स्थिरता इस वर्ष के आसियान शिखर सम्मेलन के विषय हैं, और यह विषय हमारे साझा प्रयासों को दर्शाता है, चाहे वह डिजिटल समावेशन हो, खाद्य सुरक्षा हो, या इस अशांत वैश्विक समय में लचीली आपूर्ति श्रृंखलाएँ हों। हम साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
  • भारत हमेशा किसी भी आपदा में आसियान मित्रों के साथ खड़ा रहा है। चाहे वह HADR हो, नीली अर्थव्यवस्था हो, या महासागर सुरक्षा हो, हमारा सहयोग तेज़ी से बढ़ रहा है। इसी को देखते हुए, हम 2026 को आसियान-भारत समुद्री सहयोग वर्ष घोषित कर रहे हैं। अपनी सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और लोगों के बीच संबंधों को बढ़ाने के लिए, हम मिलकर काम करते रहेंगे।
  • प्रधानमंत्री जी और मेरे मित्र अनवर इब्राहिम, आपने मुझे आसियान परिवार में शामिल होने का अवसर दिया है, और इसके लिए मैं बहुत खुश हूँ। मैं आपको इस सफल शिखर सम्मेलन के लिए बधाई देता हूँ।

Leave a Comment